Barish Alert: देश के कई हिस्सों में प्री-मानसून बारिश ने गर्मी से राहत दी है . अब भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देशभर के लिए अगले 3 से 5 दिनों के भीतर भारी बारिश, गरज और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है . उत्तर, पूर्वोत्तर, मध्य, पूर्वी और दक्षिण भारत के कई राज्यों में मौसम में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा .
दिल्ली में गरज के साथ बौछारों की संभावना
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को मौसम बदल सकता है .
IMD के मुताबिक:
- आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे
- गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है
- न्यूनतम तापमान: 24°C, अधिकतम तापमान: 41°C
तेज हवाओं और अचानक बारिश से गर्मी में राहत तो मिलेगी, लेकिन स्थानीय ट्रैफिक और बिजली व्यवस्था प्रभावित हो सकती है .
महाराष्ट्र में दो बार हो सकती है तेज बारिश
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, मई के मध्य और आखिरी सप्ताह में महाराष्ट्र के कई जिलों में तेज बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है .
बारिश की संभावित तारीखें:
- 15-16 मई
- 19-23 मई
प्रभावित क्षेत्र:
नंदुरबार, धुले, नासिक, पुणे, सांगली, सतारा, कोल्हापुर, सोलापुर इन क्षेत्रों में प्री-मानसून गतिविधियां तेज होंगी, जिससे किसानों को विशेष सावधानी बरतनी होगी .
पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश और तेज हवाएं
- IMD के अनुसार, पूर्वोत्तर राज्यों में 15 से 18 मई तक लगातार बारिश होगी:
- अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश
- नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में 14-15 मई को तेज हवा और गरज के साथ वर्षा
- हवा की गति: 30-50 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है
पश्चिम भारत में तूफानी हवाओं का खतरा
14 से 18 मई के बीच कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में तेज बारिश और हवा चल सकती है .
- गुजरात में 14-15 मई को अलग-अलग स्थानों पर बारिश
- मध्य महाराष्ट्र में 15 मई को भारी बारिश का अनुमान
- हवाओं की रफ्तार: 50-60 किमी/घंटा
- पूर्वी और मध्य भारत में भी सक्रिय रहेगा मौसम
- अगले 5 दिनों के दौरान निम्न राज्यों में बारिश और तेज हवाओं की गतिविधियां बनी रहेंगी:
- मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम
- 15 मई को गंगीय पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में 50-70 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी 14-15 मई को गरज, बिजली और तेज हवा चलने की संभावना
- प्रशासन और आम लोगों को अलर्ट
आईएमडी की चेतावनी के अनुसार
- तेज हवाएं पेड़ों और बिजली के खंभों को गिरा सकती हैं
- खुले में यात्रा करने वालों को सावधानी बरतने की सलाह
- किसानों को खेतों में काम करते समय सतर्कता बरतनी चाहिए
- स्कूलों और स्थानीय प्रशासन को भी तैयार रहने के निर्देश