Summer School Holiday: उत्तर भारत के कई राज्यों की तरह हरियाणा भी इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है . तापमान लगातार 40 डिग्री के पार जा रहा है, जिससे स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है . विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे हालात में बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत होती है .
फिलहाल राज्य सरकार की ओर से गर्मी की छुट्टियों को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन तापमान की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही समर वेकेशन को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है .
भीषण गर्मी में जारी है स्कूलों का संचालन
- हरियाणा के कई जिलों में तापमान 43-45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है . इसके बावजूद स्कूलों में सामान्य समय के अनुसार कक्षाएं चलाई जा रही हैं, जिससे छात्रों और शिक्षकों को गर्मी में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है .
- अभिभावकों द्वारा लगातार समर वेकेशन जल्द घोषित करने की मांग भी उठ रही है .
मई के आखिरी हफ्ते से लग सकती हैं छुट्टियां
- पिछले वर्षों के ट्रेंड को देखें तो हर साल हरियाणा में गर्मी की छुट्टियां मई के आखिरी सप्ताह से लेकर जून के अंतिम सप्ताह तक दी जाती रही हैं .
- 2025 में भी यही संभावना जताई जा रही है कि यदि तापमान यूं ही बढ़ता रहा, तो सरकार छुट्टियों का ऐलान तय समय से पहले कर सकती है .
हरियाणा शिक्षा विभाग जल्द कर सकता है घोषणा
- हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है . सूत्रों के मुताबिक, यदि आने वाले दिनों में गर्मी का प्रकोप और बढ़ा, तो विभाग छुट्टियों को लेकर आधिकारिक अधिसूचना जल्द ही जारी कर सकता है .
- छात्रों, अभिभावकों और स्कूल प्रशासन को सलाह दी गई है कि वे किसी भी अफवाह से बचें और सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना पर ही भरोसा करें .
बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार पर दबाव
- बढ़ती गर्मी को देखते हुए अभिभावक संगठनों और शिक्षक संघों की ओर से भी मांग की जा रही है कि सरकार बच्चों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए समर वेकेशन जल्दी घोषित करे .
- स्कूलों में दोपहर की शिफ्ट और लंबे समय तक कक्षाओं के चलते गर्मी से बच्चों की तबीयत पर असर पड़ रहा है, जो चिंता का विषय बन चुका है .
तापमान के आधार पर लिया जाएगा निर्णय
- जानकारों का मानना है कि यदि तापमान 44 डिग्री से ऊपर स्थिर हो जाता है, तो समर वेकेशन के लिए निर्णय जल्द ले लिया जाएगा .
- कुछ स्कूलों ने अंदरूनी रूप से कक्षाओं का समय घटाना शुरू कर दिया है, लेकिन राज्यस्तरीय आदेश का सभी को इंतजार है .