New Traffic Rule: भारत की सड़कों पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है . अक्सर लोग छोटी-छोटी बातें नजरअंदाज कर देते हैं जैसे – ‘पास में ही तो जाना है’, ‘कोई ट्रैफिक पुलिस नहीं है’, ‘2 मिनट की बात है’ आदि . लेकिन यही लापरवाह सोच न केवल आपकी जान को जोखिम में डालती है, बल्कि भारी चालान का कारण भी बन सकती है .
अब हर जगह है ‘सीसीटीवी पुलिस’
ट्रैफिक पुलिस दिखे या न दिखे, लेकिन सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे हर गतिविधि पर नजर रखते हैं . अगर आप ट्रिपलिंग करते हैं, हेलमेट नहीं पहनते या सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं, तो सीधा चालान आपके मोबाइल पर आ सकता है . कई बार ये संदेश भी नहीं आता और आपको ऑनलाइन पोर्टल पर चेक करने पर चालान की जानकारी मिलती है .
- ड्राइविंग करते समय मोबाइल फोन से बनाएं दूरी
मोबाइल फोन का इस्तेमाल ड्राइविंग के दौरान सबसे खतरनाक आदतों में से एक है .
कॉल अटेंड करना, वीडियो देखना या सोशल मीडिया चलाना न सिर्फ आपके ध्यान को भटकाता है, बल्कि गंभीर हादसों का कारण बन सकता है .
गाड़ी चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल पूरी तरह से वर्जित है .
ट्रैफिक नियमों के अनुसार यह एक दंडनीय अपराध है और इसके लिए भारी जुर्माना लगाया जाता है .
- तय स्पीड लिमिट का पालन करें
खाली सड़क का मतलब तेज रफ्तार से गाड़ी भगाना नहीं है .
रिहायशी क्षेत्र, स्कूल-कॉलेज के पास या भीड़भाड़ वाली जगहों पर स्पीड लिमिट का विशेष ध्यान रखें .
सीसीटीवी कैमरे ओवरस्पीडिंग को रिकॉर्ड करते हैं और उसी आधार पर चालान कटता है .
ओवरस्पीडिंग से न केवल चालान कट सकता है, बल्कि आपकी और दूसरों की जान भी खतरे में पड़ सकती है .
- सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स साथ रखें
ड्राइविंग करते वक्त गाड़ी के सभी वैध कागज साथ रखें, जैसे:
- ड्राइविंग लाइसेंस
- आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट)
- इंश्योरेंस
- पीयूसी (Pollution Under Control Certificate)
अगर फिजिकल कॉपी नहीं है तो आप mParivahan या DigiLocker ऐप में डिजिटल कॉपी रख सकते हैं . ट्रैफिक पुलिस इसे भी मान्यता देती है .
- नो पार्किंग में न करें गाड़ी खड़ी
‘सिर्फ 2 मिनट के लिए’ गाड़ी पार्क करना भी महंगा पड़ सकता है .
नो पार्किंग जोन में खड़ी गाड़ी को ट्रैफिक पुलिस जब्त कर सकती है और भारी जुर्माना लगाया जा सकता है .
इसके अलावा, आपका वाहन टो करके ट्रैफिक कार्यालय पहुंचा दिया जाता है, जिसे छुड़ाने में समय और पैसे दोनों लगते हैं .
हमेशा अधिकृत पार्किंग एरिया में ही गाड़ी पार्क करें .
- सीट बेल्ट है जान की सुरक्षा और चालान से बचाव
कार में बैठते ही सीट बेल्ट लगाना न भूलें .
न सिर्फ चालक बल्कि सामने बैठने वाले यात्री के लिए भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है .
इसका पालन करने से न केवल आप चालान से बचते हैं, बल्कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में आपकी जान की सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है .
नई कारों में अब पीछे बैठे यात्रियों के लिए भी सीट बेल्ट अनिवार्य किया गया है .
छोटी सावधानी, बड़ी सुरक्षा
यदि आप चाहते हैं कि ना आपकी जेब पर असर पड़े और ना ही जान पर खतरा मंडराए, तो इन छोटे-छोटे नियमों का पालन करें .
- हेलमेट हमेशा पहनें
- ट्रिपलिंग से बचें
- रेगुलर रूट पर भी नियमों का पालन करें
- सीट बेल्ट और स्पीड लिमिट को नजरअंदाज न करें
- याद रखिए, चालान से बचना आसान है, बस नियमों का ईमानदारी से पालन करें .