Pakistan Alcohol Price: पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है और वहां के कानून के तहत शराब की बिक्री और सेवन पर सख्त प्रतिबंध है . खासतौर पर मुसलमानों के लिए शराब पीना पूरी तरह गैरकानूनी माना जाता है . लेकिन ब्लैक मार्केट में शराब का कारोबार आज भी जोरों पर है और वहां एक बोतल की कीमत हजारों तक जा सकती है .
धार्मिक प्रतिबंधों के बावजूद शराब की बिक्री
पाकिस्तान में 1979 में जनरल जिया-उल-हक के शासन के दौरान शराब पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया था . इस्लामी कानून के तहत यह नियम लागू किया गया कि मुसलमानों को शराब पीने या खरीदने की अनुमति नहीं होगी .
हालांकि, गैर-मुस्लिम समुदाय के लिए शराब खरीदने की थोड़ी छूट दी गई, लेकिन वह भी सीमित और नियंत्रित है .
किन्हें मिलती है शराब खरीदने की अनुमति?
पाकिस्तान के सिंध प्रांत जैसे कुछ इलाकों में हिंदू, ईसाई, पारसी जैसे गैर-मुस्लिम समुदायों को शराब खरीदने की अनुमति दी गई है .
- इन्हें शराब लाइसेंसी दुकानों से खरीदने की छूट होती है .
- लेकिन मुस्लिम समुदाय को यह सुविधा नहीं दी जाती .
- हालांकि, वास्तविकता ये है कि बहुत से लोग पहचान छुपाकर या ब्लैक में शराब खरीदते हैं .
ब्लैक मार्केट में कैसे होती है शराब की बिक्री?
- जहां कानून सख्त है, वहीं अवैध तरीके से शराब की बिक्री और सेवन एक खुला राज बन चुका है .
- ब्लैक मार्केट में कीमतें आम बाजार से कई गुना ज्यादा होती हैं .
- अच्छी क्वालिटी की शराब ना मिलने की स्थिति में लोग सस्ती, मिलावटी शराब का सहारा लेते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होती है .
पाकिस्तान में शराब की कीमत कितनी है?
- एक रिपोर्ट के अनुसार एक बोतल वोडका की कीमत करीब 726 भारतीय रुपये है .
- एक बोतल व्हिस्की की कीमत लॉकडाउन के दौरान 6355 रुपये तक जा पहुंची थी .
- यह कीमतें स्थानीय उत्पादन और अवैध व्यापार के मार्जिन पर आधारित होती हैं .
एयरपोर्ट और विदेश से शराब लाने पर रोक
- पाकिस्तान में कोई भी व्यक्ति, चाहे वह विदेश से ही क्यों न आ रहा हो, एयरपोर्ट पर ड्यूटी फ्री शॉप से भी शराब नहीं खरीद सकता .
- देश में शराब पर इतना सख्त प्रतिबंध है कि इसे आयात करने या ले जाने की अनुमति भी नहीं दी जाती .
कानूनी जोखिम और सजा क्या है?
- अगर कोई मुस्लिम व्यक्ति शराब पीते या ले जाते हुए पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है .
- जेल, जुर्माना और सजा जैसे दंड तय हैं .
- वहीं, गैर-मुस्लिमों को भी नियमों का उल्लंघन करने पर सजा दी जा सकती है .
- शराब की मांग क्यों बनी रहती है?
- पाकिस्तान में शराब पर प्रतिबंध के बावजूद:
- शहरी इलाकों में युवाओं और उच्च वर्ग में शराब का सेवन फैशन बन चुका है .
- शादी-पार्टियों और क्लबों में गुपचुप तरीके से शराब परोसी जाती है .
- डिमांड के मुकाबले सप्लाई सीमित होने के कारण कीमतें भी तेजी से बढ़ती हैं .
- स्वास्थ्य पर खतरा: मिलावटी शराब का बढ़ता खतरा
- अवैध बाजार में बिकने वाली मिलावटी शराब से हर साल कई लोगों की मौतें होती हैं .
- रिपोर्ट्स बताती हैं कि सस्ती शराब पीने से अक्सर विषाक्तता और मौतें होती हैं .
- इसके बावजूद मांग कम नहीं होती क्योंकि कानूनी शराब की पहुंच बहुत सीमित है .