Petrol Diesel Rate: अंतरराष्ट्रीय बाजार में भले ही कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है, लेकिन भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर इसका कोई खास असर नहीं दिख रहा है . देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) ने 15 मई 2025 के लिए नए रेट जारी कर दिए हैं, लेकिन कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है .
मार्च 2024 के बाद से नहीं हुआ कोई संशोधन
तेल कंपनियों ने मार्च 2024 में आखिरी बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों को ₹2 प्रति लीटर तक संशोधित किया था . इसके बाद से अब तक लगातार दाम स्थिर बने हुए हैं . न तो कोई राहत दी गई और न ही आम जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ डाला गया .
दिल्ली से पटना तक बड़े शहरों में आज का रेट
देश के प्रमुख शहरों में 15 मई 2025 के पेट्रोल-डीजल रेट्स इस प्रकार हैं:
शहर पेट्रोल (₹/लीटर) डीजल (₹/लीटर)
दिल्ली 94.72 87.62
मुंबई 103.44 89.97
कोलकाता 103.94 90.76
चेन्नई 100.85 92.44
बेंगलुरु 102.86 91.02
लखनऊ 94.65 87.76
नोएडा 94.87 88.01
गुरुग्राम 95.19 88.05
चंडीगढ़ 94.24 82.40
पटना 105.18 92.04
यह साफ संकेत है कि मार्च 2024 के बाद से पेट्रोल-डीजल के भाव में कोई नई बढ़ोतरी या कटौती नहीं हुई है .
तेल कंपनियों द्वारा रोजाना तय होती हैं कीमतें
भारत में हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL), इंडियन ऑयल (IOCL), और भारत पेट्रोलियम (BPCL) जैसी सरकारी कंपनियां हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल के नए रेट जारी करती हैं . ये रेट्स कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों, टैक्स और डीलर कमीशन को ध्यान में रखते हुए तय किए जाते हैं .
घर बैठे जानें अपने शहर का पेट्रोल-डीजल का भाव
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके शहर में आज पेट्रोल-डीजल का क्या रेट चल रहा है, तो इसके लिए घर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं है . दो आसान विकल्प हैं:
SMS से रेट चेक करें:
IOCL ग्राहक:
अपने फोन से टाइप करें RSP <स्पेस> शहर का कोड और भेजें 9224992249 पर
(उदाहरण: RSP 112233)
BPCL ग्राहक:
टाइप करें RSP <स्पेस> शहर का कोड और भेजें 9223112222 पर
ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं:
HPCL, IOCL और BPCL की वेबसाइट पर जाकर भी अपना शहर सेलेक्ट करके ताजा दाम जान सकते हैं .
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में स्थिरता से मिली राहत या असमंजस?
तेल की कीमतों में लगातार स्थिरता से जहां एक ओर आम उपभोक्ता को राहत मिल रही है, वहीं विशेषज्ञ मानते हैं कि ये स्थिरता सरकार द्वारा नियंत्रित नीति के तहत आ रही है . लेकिन अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें बढ़ीं, तो आने वाले समय में देश के अंदर भी दामों में संशोधन देखने को मिल सकता है .
निवेशकों के लिए संकेत और उपभोक्ताओं के लिए फोकस
जो लोग तेल स्टॉक्स में निवेश करते हैं या फ्यूल पॉलिसी पर नजर रखते हैं, उनके लिए ये स्थिरता किसी रणनीतिक बदलाव का संकेत हो सकती है . वहीं आम उपभोक्ता को फिलहाल कोई अतिरिक्त खर्च नहीं उठाना पड़ रहा, जो एक राहत की बात है .