Gold Silver Price: 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को छूने की ओर बढ़ रहा सोना अब लगातार गिरता नजर आ रहा है . बाजार में उम्मीद थी कि सोना अपना ऑल टाइम हाई पार करके ₹1.25 लाख के स्तर को भी पार कर लेगा, लेकिन बीते कुछ दिनों से हालात बदल गए हैं . 15 मई को सोना एक झटके में ₹2292 गिर गया, जिससे इसकी कीमत ₹91484 प्रति 10 ग्राम पर आ गई है .
24 कैरेट सोना ₹91484 प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट ibjarates.com पर 15 मई 2025 को जारी कीमतों के अनुसार:
- 999 प्योरिटी (24 कैरेट): ₹91,484 प्रति 10 ग्राम
- 995 प्योरिटी: ₹91,118 प्रति 10 ग्राम
- 916 प्योरिटी (22 कैरेट): ₹83,799 प्रति 10 ग्राम
- 750 प्योरिटी (18 कैरेट): ₹68,813 प्रति 10 ग्राम
- चांदी की कीमत: ₹94,103 प्रति किलोग्राम
क्यों गिर रही है सोने की कीमत?
सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों और निवेशकों की भावना पर आधारित होती हैं . हाल के दिनों में कई ऐसे वैश्विक कारण सामने आए हैं जिन्होंने सोने की मांग को कमजोर कर दिया है .
- भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में कमी
- डॉलर की मजबूती
- यूक्रेन-रूस युद्ध के कूटनीतिक समाधान की संभावना
अमेरिका-चीन ट्रेड वार में नरमी
इन सभी वजहों से सुरक्षित निवेश (Safe Haven) के रूप में सोने की मांग घट रही है, जिससे कीमत में गिरावट दर्ज की जा रही है .
डिमांड में आई कमी ने बढ़ाई गिरावट
सोने की डिमांड कम होने का सीधा असर कीमतों पर पड़ा है . निवेशकों की नजर अब इक्विटी मार्केट और दूसरे जोखिमपूर्ण निवेश विकल्पों की ओर बढ़ रही है, खासतौर पर जब भू-राजनीतिक तनावों में थोड़ी राहत नजर आने लगी है .
3% तक टूटा सोना, निवेशकों में दिखी बेचैनी
पिछले एक हफ्ते में सोने की कीमत करीब 3 फीसदी तक गिर चुकी है . बाजार विश्लेषकों के अनुसार,
अमेरिका में सॉफ्ट इन्फ्लेशन डेटा
फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
ने भी सोने में निगेटिव सेंटीमेंट बना दिया है .
इस वजह से कई व्यापारी और निवेशक अपनी लॉन्ग पोजीशन खत्म करके मुनाफावसूली कर रहे हैं, जिससे और गिरावट की संभावना बन रही है .
क्या आने वाले दिनों में और सस्ता होगा सोना?
- विशेषज्ञों का मानना है कि अगर
- डॉलर में मजबूती जारी रही
- अंतरराष्ट्रीय तनाव कम होते गए
- तो सोने की कीमत में कुछ और गिरावट देखने को मिल सकती है .
हालांकि दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह गिरावट खरीदारी का अवसर भी बन सकती है .